सामाजिक न्याय के साथ विकास और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को लेकर जनता दल यूनाइटेड पार्टी की स्थापना 30 अक्टूबर 2003 में हुई। समाजवादी विचारधारा के वाहक के रूप में समाज के अंतिम व्यक्ति का उत्थान सुनिश्चित करते हुए जदयू का निरंतर प्रसार होता गया। अल्प अवधि में जदयू ने बिहार सहित अन्य राज्यों में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवायी। बिहार, झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश की जनता ने जदयू को लेकर समावेशी विकास के लिए अपना भरोसा व्यक्त किया। पिछले वर्ष देश के 75 लाख लोगों ने जदयू की सदस्यता लेकर समाजवादी विचारधारा की मजबूती और विस्तार के लिए संकल्पित हुए।
5 सदस्य राज्यसभा में जदयू का प्रतिनिधित्व करते हैं। राज्यसभा में पार्टी नेता के तौर पर श्री राम नाथ ठाकुर पार्टी का संदेश और उद्देश्य संसद पटल पर रखने का काम करते हैं।राज्यसभा में उपसभापति के तौर पर 9 अगस्त 2018 से श्री हरिवंश नारायण सिंह पदस्थ हैं। ये उनका दूसरा कार्यकाल है।
वर्तमान में जनता दल यूनाइटेड के लोकसभा में सदस्यों की संख्या 16 है। लोकसभा में जदयू के पार्टी के नेता के तौर पर मुंगेर के सांसद श्री राजीव रंजन सिंह ‘ललन सिंह’ हैं । इस तरह से जदयू देश की संसद में एक मुख्य भूमिका निभाती है। वर्तमान में बिहार की विधानमंडल में विधानसभा सदस्यों की संख्या 45 व विधानपरिषद सदस्यों की संख्या 24 हैं। बिहार विधानमंडल दल के नेता श्री नीतीश कुमार हैं। श्री नीतीश कुमार को अपनी वृहद समाजवादी सोच और बेदाग छवि के चलते पिछले डेढ़ दशक से अधिक समय से जनमानस का अपार समर्थन प्राप्त है।
बिहार में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ‘न्याय के साथ विकास’ की परिकल्पना के आधार पर समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कई नीतियों और योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के जरिए अनेक कीर्तिमान गढ़े जा रहे हैं। राज्य मंत महिलाओं के सशक्तिकरण के जो कार्य हुए हैं, उनकी चर्चा पूरे देश में होती है। जदयू के नेतृत्व वाली सरकार ने जीविका, जल-जीवन-हरियाली, हर घर बिजली, हर घर नल का जल, कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और महिलाओं को अतिरिक्त आरक्षण देने जैसे युगांतकारी फैसले लेकर देश व अन्य राज्यों को भी प्रेरित किया है।